भारतीय स्टार्टअप्स ने शानदार प्रदर्शन किया है। इनसे 15 लाख से अधिक नौकरियाँ पैदा हुई हैं। साथ ही, लगभग 1000 करोड़ रुपये कर भी उत्पन्न हुए हैं। यह विकास उद्योग की प्रगति को दर्शाता है।
हाल ही में पियूष गोयल ने स्टार्टअप्स पर विवादास्पद टिपण्णी की। उनके कुछ शब्दों से नाराजगी हुई। इस पर ज़ेप्टो के सीईओ ने तुरंत बचाव किया। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स न केवल मुनाफा कमाते हैं, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी देते हैं।
अन्य विशेषज्ञों ने भी गोयल की आलोचना की। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स देश की आर्थिक प्रगति का मुख्य स्तंभ हैं। वे नवाचार, रोजगार और निवेश के नए अवसर पैदा करते हैं।
इस चर्चा ने एक संतुलित नजरिए की मांग की है। सभी पक्षों का मानना है कि भारतीय स्टार्टअप्स को सहयोग मिलना चाहिए। इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
आज भी, स्टार्टअप्स ने देश में विकास की दिशा तय की है। उनके योगदान से न केवल नौकरियाँ बढ़ रही हैं, बल्कि कर राजस्व में भी सुधार हो रहा है। यह सफलता नवाचार और कड़ी मेहनत का नतीजा है।


