Author: Bhagyashree Kale Jadhav

Bhagyashree Kale: An explorer, ever-smiling, talkie, full of quests, loves reading.

हर सुबह एक सवाल लेकर आती है। आज हमें वही करना है जो आसान है या वही करना है जो सही है। ज़्यादातर लोग प्रेरणा का इंतज़ार करते हैं। सोचते हैं कि जब तक मन से ऊर्जा न मिले, काम शुरू ही नहीं हो सकता। पर सच तो यह है कि प्रेरणा अस्थायी होती है। वह कुछ पल उत्साह देती है और फिर गायब हो जाती है। जो स्थायी है, जो जीवन बदलता है, वह है अनुशासन। भारत जैसे देश में, जहाँ करोड़ों युवा बड़े सपने देखते हैं, यह अंतर और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। हर साल लाखों छात्र…

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There is a popular idea that motivation drives everything. People think a powerful speech or a vision board can keep them moving forever. They believe that if they feel inspired enough, they will reach their goals without fail. But most of us know this isn’t true. Motivation comes like a wave. It rises high for a day or two and then sinks when life becomes tough. In contrast, discipline is like a steady river. It flows every day, even when the weather is bad or the path is unclear. That’s why discipline will always beat motivation. Think about the early…

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श्रावण का महीना आते ही शिवभक्तों के मन में एक विशेष उत्साह उमड़ता है। यह महीना सिर्फ पूजा और व्रत का नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और गहन साधना का अवसर भी होता है। भारत भर में शिवालयों की रौनक बढ़ जाती है, लेकिन एक धाम ऐसा है, जो इस माह में हजारों श्रद्धालुओं के मन में एक खास स्थान रखता है—आंध्र प्रदेश का श्रीशैलम्। यहीं स्थित है भगवान मल्लिकार्जुन का ज्योतिर्लिंग, जो न केवल शक्ति और शिव का संगम है, बल्कि वह स्थान भी है जहां प्रकृति और भक्ति का अद्वितीय मेल दिखाई देता है। श्रीशैलम् कोई सामान्य तीर्थ नहीं,…

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यह दिल्ली के एक घर का रविवार है। दादी के राजमा-चावल की खुशबू हवा में तैरती है। यह आपको सुकून और पुरानी यादों में ले जाती है। लेकिन क्या आपने सोचा कि यह साधारण व्यंजन हमें कितना कुछ सिखा सकता है? राजमा सिर्फ़ भोजन नहीं है। यह एक कहानी है। यह हमारे खेतों, स्वास्थ्य और बदलती थालियों को जोड़ता है। यह संस्कृति, विज्ञान और भविष्य का हिस्सा है। यह प्राचीन जीन और आधुनिक स्वास्थ्य की बात करता है। आइए, राजमा की इस छिपी दुनिया में गोता लगाएँ। राजमा सदियों पहले कोलंबियाई विनिमय के ज़रिए भारत आया। तब से यह हमारी…

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भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का दावा करने में गर्व महसूस होता है। चमचमाते मेट्रो, शानदार हाईवे, और डिजिटल इंडिया की बातें हर तरफ गूँज रही हैं। लेकिन जब आप शहरों की चमक-दमक छोड़कर गाँवों की ओर रुख करते हैं, जैसे पुणे के पास सासवड और सोनोरी गाँव, तो एक कड़वी सच्चाई सामने आती है—कचरे के ढेर, खतरनाक गड्ढों से भरी टूटी सड़कें, और बुनियादी सुविधाओं की कमी। क्या यही वह ‘विकसित भारत’ है, जिसका सपना हम देख रहे हैं? गाँवों के प्रति प्यार और दुख का मिश्रण मैं अक्सर देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमती…

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The dowry system, a deep-rooted social evil in Indian society, continues to claim lives and dreams—even in the 21st century. While India has made significant strides in technology, education, and women’s rights, certain traditional practices like dowry remain disturbingly relevant. The recent tragic death of Vaishnavi Hagvane in Pune has once again brought this dark custom into public focus. However, this case is not an isolated one. It is a reflection of the persistent mindset that continues to see women as a financial burden and marriage as a transaction. The Origins: From Gift to Greed The dowry system in India…

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The monsoon season brings much-needed relief from the scorching heat, but it also creates a perfect environment for bacteria, viruses, and fungi to thrive due to high humidity and fluctuating temperatures. Food poisoning cases often surge during this time, caused by improper storage, contamination, and poor hygiene. Here’s a comprehensive guide to keeping your food safe and preventing foodborne illnesses during the rainy season. Why the Monsoon Increases Food Poisoning Risk Warm, moist conditions accelerate bacterial growth in perishable foods like dairy, meat, and seafood. Contaminated water—common during flooding—can carry pathogens like E. coli, Salmonella, and Listeria. Power cuts and…

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जून का महीना आते ही भारत में मानसून की ठंडी फुहारें शुरू हो जाती हैं। मिट्टी की सौंधी खुशबू और हरियाली के बीच यह मौसम हर किसी के दिल को भाता है। लेकिन जहां मानसून सुकून और ताजगी लाता है, वहीं यह स्वास्थ्य के लिए कई चुनौतियां भी लेकर आता है। नमी और ठंडक के कारण पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है, सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार, फूड पॉइजनिंग और त्वचा के इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अपनी डाइट को मौसम के अनुकूल ढालना बेहद जरूरी है। भारत में मुख्य रूप से तीन ऋतुएं होती हैं—गर्मी, सर्दी और बारिश।…

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सुबह के 6 बजे, जब हम में से ज्यादातर लोग अभी नींद से जाग रहे होते हैं, एक पुलिसकर्मी सड़कों पर गश्त कर रहा होता है। गर्मी, बारिश, या ठंड—उसे कोई फर्क नहीं पड़ता। वह सिर्फ एक मकसद लिए चलता है: हमारी सुरक्षा। लेकिन सवाल यह है—भारत की 28 राज्य पुलिस और 7 केंद्रीय सशस्त्र बलों में से कौन सी फोर्स सबसे आगे है? कौन सी पुलिस फोर्स वाकई में देश की नंबर 1 है? आइए, इस सवाल का जवाब तलाशते हैं, आंकड़ों, कहानियों, और सच्चाई के साथ। क्या बनाता है एक पुलिस फोर्स को नंबर 1? भारत जैसे विशाल…

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चिन्नास्वामी स्टेडियम की त्रासदी और भारत में सुरक्षा पर सवाल जश्न से मातम तक 4 जून 2025, बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीती। लेकिन जश्न की जगह मातम छा गया। एक भयानक भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए। ये लोग अपनी पसंदीदा टीम को चीयर करने आए थे। क्या यह उनकी गलती थी? बार-बार वही गलती यह कोई नया हादसा नहीं है। 2010 में भी चिन्नास्वामी स्टेडियम में बम धमाके हुए थे। तब भी सवाल उठे थे, और आज भी वही सवाल हैं:…

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