महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी में एक ऐतिहासिक पल देखने को मिला। यहाँ छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित पहला मंदिर बनकर तैयार हुआ है। इस मंदिर का उद्घाटन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। यह मंदिर न सिर्फ शिवाजी महाराज की महानता को दर्शाता है, बल्कि उनके जीवन और संघर्ष को भी याद दिलाता है। चलिए, जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी खास बातें।
क्या है मंदिर की खासियत?
यह मंदिर किलों की वास्तुकला से प्रेरित है और इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे आप किसी ऐतिहासिक किले में खड़े हों। मंदिर का कुल क्षेत्रफल 2,500 वर्ग फीट है, जबकि इसकी चारदीवारी 5,000 वर्ग फीट में फैली हुई है। मंदिर का प्रवेश द्वार 42 फीट ऊंचा है और इसमें पाँच शिखर हैं।
मंदिर के अंदर छत्रपति शिवाजी महाराज की 6.5 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसे प्रसिद्ध कलाकार अरुण योगीराज ने बनाया है, और योगीराज वही कलाकार हैं, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के लिए भगवान राम की मूर्ति तैयार की थी।

मंदिर के डिजाइन में किलों की विशेषताएं शामिल हैं, जैसे बुर्ज, निगरानी मार्ग और सैन्य संरचनाएं। इसे पत्थरों से बनाया गया है, जो न सिर्फ मजबूती देता है, बल्कि इसकी खूबसूरती को भी बढ़ाता है।


सीएम फडणवीस ने क्या कहा?
मंदिर के उद्घाटन के मौके पर सीएम फडणवीस ने कहा कि यह मंदिर जल्द ही एक तीर्थ स्थल का दर्जा पाएगा। उन्होंने कहा, “शिवाजी महाराज ने भगवान, देश और धर्म के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने हमें वह बनाया जो हम आज हैं – हिंदू। जिस तरह भगवान राम की पूजा करने से पहले हनुमान जी का आशीर्वाद लेना जरूरी है, उसी तरह किसी भी देवता की पूजा से पहले शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देना चाहिए।”
किसने तैयार किया मंदिर का डिजाइन?
इस मंदिर का नक्शा वास्तुकार विजयकुमार पाटिल ने तैयार किया है। उन्होंने मंदिर को किले जैसा रूप दिया है, जिसमें बुर्ज, भव्य प्रवेश द्वार और गोलाकार संरचनाएं शामिल हैं। मंदिर के अंदर एक 42 फीट ऊंचा सभा मंडप भी है, जहाँ लोग एकत्रित होकर शिवाजी महाराज के जीवन और उनके संघर्ष के बारे में जान सकते हैं।
क्यों है यह मंदिर खास?
यह मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह शिवाजी महाराज की वीरता, रणनीति और उनके द्वारा स्थापित मराठा साम्राज्य की याद दिलाता है। यह मंदिर उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो देश और धर्म के लिए समर्पित होकर काम करना चाहते हैं।

भिवंडी में बने छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। अगर आप भिवंडी जाएँ, तो इस मंदिर को जरूर देखें। यह न सिर्फ आपको इतिहास से जोड़ेगा, बल्कि शिवाजी महाराज के साहस और बलिदान की याद भी दिलाएगा।