विश्व किडनी दिवस हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य किडनी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और किडनी से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम को प्रोत्साहित करना है। भारत जैसे देश में जहां मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मामले बढ़ रहे हैं, किडनी की देखभाल और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
किडनी का महत्व और उसकी कार्यप्रणाली
किडनी शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करती है, जैसे:
- रक्त को साफ करना और अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकालना
- शरीर में पानी और मिनरल्स का संतुलन बनाए रखना
- रक्तचाप को नियंत्रित करना
- लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करना
हालांकि, मोटापा, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, धूम्रपान और अधिक दवा सेवन जैसी आदतें किडनी की सेहत को प्रभावित कर सकती हैं।
भारत में किडनी रोग की स्थितिः भारत में हर साल लाखों लोग किडनी से जुड़ी समस्याओं का सामना करते हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार, भारत में लगभग 17% लोग किसी न किसी प्रकार की किडनी समस्या से ग्रसित हैं। भारत में प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- असंतुलित आहार: फास्ट फूड, अधिक नमक और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का बढ़ता सेवन।
- कम पानी पीना: पर्याप्त पानी न पीने से किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है।
- मधुमेह और उच्च रक्तचाप: भारत में तेजी से बढ़ती जीवनशैली की बीमारियाँ किडनी रोग का प्रमुख कारण हैं।
किडनी रोग के लक्षण जिन्हें नजरअंदाज न करें
कई बार किडनी रोग के शुरुआती चरण में कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ चेतावनी संकेत हो सकते हैं:
- पैरों, टखनों या चेहरे पर सूजन
- लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना
- पेशाब करने के तरीके में बदलाव (बार-बार या कम पेशाब आना)
- उच्च रक्तचाप
- मतली या भूख में कमी
यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह समस्या गंभीर हो सकती है। इसलिए, नियमित रूप से किडनी की जांच कराना बहुत जरूरी है।
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए भारतीय घरेलू उपाय
1. आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियांः भारत में किडनी की सफाई और मजबूती के लिए आयुर्वेद का बड़ा महत्व है। तुलसी, गुड़मार, वरुण और पुनर्नवा जैसी जड़ी-बूटियां किडनी के स्वास्थ्य में लाभकारी मानी जाती हैं।
2. पानी का सही मात्रा में सेवन करेंः अधिकतर भारतीय लोग पर्याप्त पानी नहीं पीते। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए ताकि किडनी सुचारू रूप से काम कर सके।
3. नींबू पानी और नारियल पानी पिएंः नींबू में साइट्रिक एसिड होता है, जो किडनी में पथरी बनने से रोकता है। वहीं नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट करता है और किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
4. नमक और चीनी कम करेंः ज्यादा नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है, जो किडनी के लिए हानिकारक है। साथ ही, ज्यादा चीनी मधुमेह का खतरा बढ़ाती है, जिससे किडनी पर बुरा असर पड़ता है।
5. नियमित योग और व्यायाम करेंः योग और ध्यान करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि शरीर के विषैले पदार्थ भी बाहर निकलते हैं। भुजंगासन, पश्चिमोत्तानासन और कपालभाति जैसे योगासन किडनी के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
किडनी स्वास्थ्य को लेकर भारत में जागरूकता अभियान
भारत में कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन किडनी स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैला रहे हैं।
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (ऐम्स) किडनी रोगों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच अभियान चला रहा है।
- मणिपाल हॉस्पिटल ने मुफ्त किडनी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए हैं, जिसमें लोगों को परामर्श और जांच की सुविधा दी जा रही है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (हू) भारत में किडनी स्वास्थ्य के लिए कई अभियान चला रहा है।
किडनी स्वास्थ्य से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- एक स्वस्थ किडनी रोजाना 50 गैलन से अधिक रक्त को साफ करती है।
- इंसान केवल एक किडनी के सहारे भी जीवित रह सकता है।
- किडनी खराब होने पर डायलिसिस की जरूरत पड़ती है, जो बहुत महंगा उपचार है।
- भारत में हर साल लगभग 2 लाख लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है, लेकिन केवल 8,000-10,000 ट्रांसप्लांट ही हो पाते हैं।
निष्कर्ष
किडनी का स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत जरूरी है, खासकर भारत में, जहां खानपान और जीवनशैली तेजी से बदल रही है। समय पर जांच और सही जीवनशैली अपनाकर किडनी की बीमारियों से बचा जा सकता है। नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लें और प्राकृतिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
विश्व किडनी दिवस 2025 के अवसर पर, हमें किडनी के प्रति जागरूक होना चाहिए और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।